सभी प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे UPSC, SSC, Railway, Bank, UPSSSC में सरकारी योजनाओं से काफी प्रश्न पूछे जाते हैं इन्हीं योजनाओं में एक योजना PM Jan Arogya Yojana है ।
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY), जिसे आयुष्मान भारत योजना भी कहा जाता है, भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्त्वाकांक्षी स्वास्थ्य बीमा योजना है। यह योजना 23 सितंबर 2018 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा झारखंड के रांची में शुरू की गई थी। इसका उद्देश्य भारत के निर्धन और कमजोर वर्ग के नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण और सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है ताकि कोई भी व्यक्ति सिर्फ पैसों के अभाव में इलाज से वंचित न रहे।
PM Jan Arogya Yojana का उद्देश्य:
इस योजना का मुख्य उद्देश्य आर्थिक रूप से पिछड़े परिवारों को स्वास्थ्य संबंधी वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है। PM-JAY का उद्देश्य गरीब और वंचित वर्ग को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना, अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में उन्हें मुफ्त इलाज उपलब्ध कराना और कैशलेस ट्रांजेक्शन के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाना है।
PM Jan Arogya Yojana में लाभार्थियों का चयन:
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत लाभार्थियों का चयन 2011 की सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना (SECC) के आधार पर किया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में यह योजना उन परिवारों को कवर करती है जो सामाजिक, आर्थिक रूप से पिछड़े हैं जैसे कि:
- भूमिहीन मजदूर
- कच्चे घरों में रहने वाले लोग
- दिव्यांग व्यक्ति
- आदिवासी समुदाय
शहरी क्षेत्रों में यह योजना उन्हीं लोगों को लाभ देती है जो मजदूरी, घरेलू काम, सफाई, रिक्शा चलाना, दुकानों में काम करना आदि जैसे कार्यों में लगे हैं।
कुल मिलाकर, लगभग 50 करोड़ लोगों को इस योजना से लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा गया है।
PM Jan Arogya Yojana के मुख्य लाभ:
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बीमा कवर:
इस योजना के अंतर्गत प्रति परिवार ₹5 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा हर वर्ष दिया जाता है। यह बीमा केवल अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में लागू होता है। -
कैशलेस और पेपरलेस इलाज:
इस योजना के तहत लाभार्थी को अस्पताल में इलाज के लिए किसी भी प्रकार का भुगतान नहीं करना पड़ता। मरीज का सारा खर्च सरकार वहन करती है। -
सरकारी और निजी अस्पतालों में इलाज:
लाभार्थी देश भर में किसी भी सरकारी या सूचीबद्ध निजी अस्पताल में इलाज करा सकते हैं। -
पूर्व-मौजूदा बीमारियों को कवर:
इस योजना के अंतर्गत किसी भी पूर्व-मौजूदा बीमारी का इलाज शुरू से ही कवर किया जाता है। -
ऑनलाइन हेल्थ कार्ड:
प्रत्येक लाभार्थी को एक आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड दिया जाता है, जिसमें उसकी सारी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी रहती है।
PM Jan Arogya Yojana कवरेज में आने वाली सेवाएं:
PM-JAY योजना के तहत निम्नलिखित स्वास्थ्य सेवाएं कवर होती हैं:
- सर्जरी (सामान्य एवं जटिल)
- डे-केयर उपचार
- दवाइयाँ और डायग्नोस्टिक्स
- अस्पताल में भर्ती से पहले और बाद की देखभाल
- आईसीयू और सीसीयू सेवाएं
- प्रसव और मातृत्व संबंधित सेवाएं
- मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं
PM Jan Arogya Yojana के अंतर्गत अस्पतालों की भूमिका:
भारत सरकार ने इस योजना के तहत हजारों सरकारी और निजी अस्पतालों को सूचीबद्ध किया है, जो आयुष्मान कार्ड धारकों का इलाज करते हैं। प्रत्येक अस्पताल में "आयुष्मान मित्र" नामक एक कर्मचारी की नियुक्ति की जाती है, जो मरीज की सहायता करता है और जरूरी दस्तावेजों का संचालन करता है।
PM Jan Arogya Yojana के लाभ:
- गरीबों को सम्मानजनक इलाज की सुविधा मिलती है।
- स्वास्थ्य सेवाओं पर होने वाले खर्च से आर्थिक बोझ कम होता है।
- ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा मिलती है।
- निजी अस्पतालों की भागीदारी से चिकित्सा प्रणाली में सुधार हुआ है।
PM Jan Arogya Yojana की चुनौतियाँ और समाधान:
हालांकि योजना काफी सफल रही है, फिर भी कुछ चुनौतियाँ मौजूद हैं:
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लाभार्थियों की जागरूकता की कमी:
बहुत से पात्र लोग योजना के बारे में नहीं जानते।समाधान: व्यापक प्रचार-प्रसार और ग्राम स्तर पर कैम्प लगाए जाने चाहिए।
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प्राइवेट अस्पतालों की भागीदारी में कमी:
कुछ निजी अस्पताल योजना के तहत मरीजों का इलाज करने से हिचकते हैं।समाधान: सरकार को भुगतान प्रणाली को और पारदर्शी बनाकर अस्पतालों का विश्वास जीतना चाहिए।
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धोखाधड़ी के मामले:
कुछ जगहों पर फर्जी लाभार्थी बनाए गए हैं या इलाज के नाम पर धन निकाला गया है।समाधान: तकनीकी निगरानी और डिजिटल सत्यापन प्रणाली को मजबूत किया जाए।
Pm Jan Arogya Yojana का कार्ड कैसे बनाएं: प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का कार्ड सभी पात्र व्यक्ति प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की वेबसाइट https://beneficiary.nha.gov.in/ पर विजिट करके बना सकते हैं।
योजना निष्कर्ष:
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना भारत में स्वास्थ्य क्षेत्र में क्रांतिकारी पहल है। यह गरीब और जरूरतमंद नागरिकों को न केवल वित्तीय सुरक्षा देती है, बल्कि उन्हें सम्मानजनक और गुणवत्तापूर्ण इलाज की सुविधा भी प्रदान करती है। आने वाले वर्षों में यदि इस योजना को और अधिक सशक्त और पारदर्शी बनाया जाए, तो यह भारत को 'सर्वजन स्वास्थ्य' की दिशा में आगे बढ़ाने में एक मजबूत आधार साबित हो सकती है।
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