सभी प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे UPSC, SSC, Railway, Bank, UPSSSC में सरकारी योजनाओं से काफी प्रश्न पूछे जाते हैं इन्हीं योजनाओं में एक योजना Agnipath Yojana है।
भारत की सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने और युवाओं को देशसेवा का अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने अग्निपथ योजना की शुरुआत की है। इस योजना के माध्यम से देश के लाखों युवाओं को थल सेना, वायु सेना और नौसेना में एक निश्चित अवधि तक सेवा करने का अवसर मिलेगा। यह न केवल युवाओं के लिए रोजगार का नया मार्ग खोलेगी, बल्कि सशस्त्र बलों में आधुनिकता और युवाओं की ऊर्जा का संचार भी करेगी।
अग्निपथ योजना 2022 में भारत सरकार द्वारा शुरू की गई थी। इसके तहत चयनित युवाओं को चार वर्षों के लिए सेना में सेवा करने का मौका दिया जाता है। इस अवधि में भर्ती हुए जवानों को “अग्निवीर” कहा जाता है। सेवा पूर्ण होने के बाद इनमें से लगभग 25% अग्निवीरों को स्थायी तौर पर सेना में शामिल किया जाएगा, जबकि बाकी 75% को सेवा निवृत्ति के बाद नागरिक जीवन में लौटने का अवसर मिलेगा।
Agnipath Yojana का उद्देश्य:
- सेना का युवा स्वरूप बनाए रखना – इस योजना से सेना की औसत आयु कम होगी और अधिक युवा सैनिक बल में शामिल होंगे।
- राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा – अलग-अलग राज्यों और पृष्ठभूमि के युवा एक साथ सेवा करेंगे, जिससे सामाजिक एकता मजबूत होगी।
- कुशल मानव संसाधन का विकास – चार वर्षों की सेवा के दौरान अग्निवीर अनुशासन, नेतृत्व, तकनीकी और अन्य सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे, जो आगे नागरिक जीवन में भी उपयोगी होंगे।
- रोजगार के अवसर – अग्निपथ युवाओं को स्थायी नौकरी के साथ-साथ नागरिक क्षेत्रों में भी करियर बनाने के अवसर प्रदान करेगी।
Agnipath Yojana में भर्ती प्रक्रिया:
अग्निवीरों की भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और मेरिट आधारित है। इसमें निम्नलिखित चरण शामिल होते हैं –
- ऑनलाइन आवेदन: योग्य उम्मीदवारों को संबंधित सेना की आधिकारिक वेबसाइट पर आवेदन करना होता है।
- लिखित परीक्षा: सामान्य ज्ञान, गणित, तर्कशक्ति और अंग्रेज़ी जैसे विषयों पर आधारित परीक्षा।
- शारीरिक दक्षता परीक्षा: दौड़, पुशअप्स, लंबी कूद आदि शारीरिक मानकों पर परीक्षण।
- मेडिकल टेस्ट: उम्मीदवार की स्वास्थ्य और फिटनेस की जाँच।
- दस्तावेज़ सत्यापन: शैक्षणिक योग्यता और व्यक्तिगत पहचान की पुष्टि।
Agnipath Yojana पात्रता मानदंड:
- आयु सीमा: 17.5 से 21 वर्ष (कुछ भर्तियों में अधिकतम आयु में छूट दी गई है)।
- शैक्षणिक योग्यता: न्यूनतम 10वीं या 12वीं पास (सेना की शाखा के अनुसार अलग-अलग मानक)।
- राष्ट्रीयता: केवल भारतीय नागरिक।
- शारीरिक फिटनेस: सेना द्वारा तय किए गए मानकों के अनुरूप।
Agnipath Yojana में वेतन और भत्ते:
अग्निवीरों को चार साल की सेवा अवधि के दौरान आकर्षक वेतन और भत्ते मिलते हैं।
- पहले वर्ष लगभग ₹30,000 मासिक वेतन, जो धीरे-धीरे बढ़कर चौथे वर्ष में लगभग ₹40,000 तक पहुँचता है।
- सेवा समाप्ति के बाद, प्रत्येक अग्निवीर को “सेवा निधि पैकेज” के रूप में लगभग ₹11–12 लाख की एकमुश्त राशि प्रदान की जाती है।
- ड्यूटी के दौरान दुर्घटना, शहीद होने या घायल होने की स्थिति में विशेष बीमा और सहायता राशि।
अग्निवीरों के लिए लाभ:
- सेवा निधि पैकेज – चार वर्ष बाद आर्थिक सुरक्षा।
- अनुभव और अनुशासन – सेना का प्रशिक्षण भविष्य में सरकारी और निजी नौकरियों में मददगार।
- रोजगार अवसर – सरकार और निजी कंपनियाँ अग्निवीरों को प्राथमिकता देने की घोषणा कर चुकी हैं।
- सम्मान और गौरव – राष्ट्र सेवा का अवसर हर भारतीय युवा के लिए गर्व की बात।
Agnipath Yojana की चुनौतियाँ और आलोचनाएँ:
यद्यपि योजना के कई फायदे हैं, फिर भी कुछ चुनौतियाँ सामने आई हैं:
- केवल चार वर्षों की सेवा अवधि होने से युवाओं में भविष्य को लेकर असुरक्षा की भावना।
- ग्रामीण और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के युवाओं को स्थायी नौकरी की अपेक्षा होती है।
- रिटायरमेंट के बाद अग्निवीरों के पुनर्वास और रोजगार की गारंटी पर सवाल उठाए गए हैं।
सरकार ने इन चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए कई कदम उठाए हैं, जैसे कि केंद्रीय और राज्य सरकार की नौकरियों में अग्निवीरों को आरक्षण, CAPF और पुलिस बलों में प्राथमिकता, तथा निजी कंपनियों को इन्हें रोजगार देने के लिए प्रोत्साहित करना।
निष्कर्ष:
अग्निपथ योजना भारतीय सशस्त्र बलों को और अधिक युवा, ऊर्जावान और आधुनिक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह योजना न केवल युवाओं को राष्ट्र सेवा का अवसर देती है, बल्कि उन्हें जीवनभर के लिए अनुशासन, कौशल और आत्मविश्वास भी प्रदान करती है। यद्यपि इसमें कुछ चुनौतियाँ हैं, लेकिन उचित नीतियों और सहयोग से यह योजना देश के युवाओं और सेना दोनों के लिए लाभकारी सिद्ध होगी।
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