सभी प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे UPSC, SSC, Railway, Bank, UPSSSC में सरकारी योजनाओं से काफी प्रश्न पूछे जाते हैं इन्हीं योजनाओं में एक योजना Smart City Mission है।
भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया स्मार्ट सिटी मिशन (Smart City Mission) देश के शहरी इलाकों को आधुनिक, सुरक्षित, टिकाऊ और तकनीक आधारित बनाने की एक महत्वाकांक्षी योजना है। यह योजना 25 जून 2015 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई थी। स्मार्ट सिटी मिशन का मुख्य उद्देश्य नागरिकों को बेहतर जीवन-स्तर, गुणवत्तापूर्ण बुनियादी सुविधाएँ और रोजगार के नए अवसर प्रदान करना है।
स्मार्ट सिटी मिशन एक शहरी पुनर्निर्माण और परिवर्तन कार्यक्रम है जिसके तहत शहरों को इस तरह विकसित किया जाता है कि वहाँ आधुनिक सुविधाएँ, डिजिटल तकनीक, हरित ऊर्जा और स्मार्ट ट्रांसपोर्ट सिस्टम उपलब्ध हों। इसका मकसद केवल इमारतें बनाना नहीं बल्कि शहरों को रहने योग्य (Livable), कार्य करने योग्य (Workable) और पर्यटन के लिए आकर्षक (Attractive) बनाना है।
Smart City Mission की शुरुआत:
- शुरुआत: 25 जून 2015
- मंत्रालय: आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय (MoHUA)
- कुल शहर: 100 शहरों का चयन
- समय अवधि: प्रारंभिक लक्ष्य 5 वर्षों में परियोजना पूरी करना
Smart City Mission के प्रमुख उद्देश्य:
- बेहतर आधारभूत ढांचा (Infrastructure): साफ-सुथरी सड़कें, 24 घंटे बिजली और पानी की सुविधा।
- स्मार्ट ट्रांसपोर्ट सिस्टम: यातायात प्रबंधन, स्मार्ट पार्किंग और मेट्रो जैसी सुविधाएँ।
- डिजिटल कनेक्टिविटी: फ्री वाई-फाई जोन, ऑनलाइन सेवाएँ और ई-गवर्नेंस।
- स्वच्छ पर्यावरण: कचरा प्रबंधन, ग्रीन एनर्जी और जल संरक्षण।
- सुरक्षा: सीसीटीवी निगरानी, स्मार्ट लाइटिंग और महिलाओं की सुरक्षा हेतु आधुनिक तकनीक।
- आर्थिक विकास: स्टार्टअप, उद्योग और रोजगार के नए अवसर।
Smart City Mission में चयन प्रक्रिया:
शहरों का चयन “कम्पीटिशन मोड” पर आधारित था। इसका मतलब है कि राज्य सरकारों ने नामांकन भेजे और केंद्र सरकार ने उन शहरों का चयन किया जो अपने स्मार्ट सिटी प्रस्ताव (Smart City Proposal) में सबसे बेहतर योजना और क्रियान्वयन दिखा सके।
Smart City Mission के तहत मिलने वाली सुविधाएँ:
- ई-गवर्नेंस और नागरिक सेवाएँ – जन्म प्रमाणपत्र, बिल भुगतान, शिकायत निवारण ऑनलाइन।
- परिवहन सुधार – स्मार्ट कार्ड, इलेक्ट्रिक बसें और साइकिल ट्रैक।
- पानी और बिजली की उपलब्धता – सेंसर आधारित सिस्टम से 24x7 आपूर्ति।
- स्मार्ट हेल्थकेयर – ई-हॉस्पिटल और टेली-मेडिसिन सुविधाएँ।
- स्मार्ट एजुकेशन – डिजिटल क्लासरूम और ऑनलाइन लर्निंग सेंटर।
Smart City Mission में अब तक की प्रगति:
स्मार्ट सिटी मिशन के तहत कई परियोजनाएँ सफलतापूर्वक पूरी हुई हैं।
- भोपाल, इंदौर, पुणे, अहमदाबाद और भुवनेश्वर जैसे शहर स्मार्ट सिटी मॉडल के रूप में उभर रहे हैं।
- कई शहरों में इंटिग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (ICCC) बनाए गए हैं, जहाँ से ट्रैफिक, बिजली, पानी और सुरक्षा की निगरानी की जाती है।
- कचरा प्रबंधन में इंदौर ने देशभर में मिसाल कायम की है।
Smart City Mission के फायदे:
- नागरिकों की जीवनशैली में सुधार
- तेजी से रोजगार और निवेश के अवसर
- पर्यटन और व्यापार को बढ़ावा
- पर्यावरणीय संतुलन और स्वच्छता
- शहरों की वैश्विक स्तर पर पहचान
Smart City Mission की चुनौतियाँ:
हालांकि यह योजना काफी लाभदायक है, लेकिन इसके सामने कुछ चुनौतियाँ भी हैं:
- वित्तीय संसाधनों की कमी
- भूमि अधिग्रहण में कठिनाई
- तकनीकी विशेषज्ञों की कमी
- स्थानीय निकायों की क्षमता सीमित होना
निष्कर्ष:
स्मार्ट सिटी मिशन भारत के शहरी विकास की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। इससे न केवल आधुनिक और टिकाऊ शहरों का निर्माण होगा बल्कि रोजगार, निवेश और पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा मिलेगा। आने वाले समय में यह योजना भारत को “स्मार्ट नेशन” बनाने की दिशा में एक मजबूत आधार प्रदान करेगी।
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